MP News: बीते दिन 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर मध्य प्रदेश के शिक्षकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने शिक्षकों के रिटायरमेंट की उम्र को 3 साल बढाते हुए इसे 62 से बढ़ाकर 65 साल कर दिया है। अब शिक्षक अपनी इच्छा से 65 साल की उम्र तक सेवा दे सकेंगे। इस ऐलान को खंडवा में आयोजित एक कार्यक्रम में आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह ने किया।
मध्य प्रदेश में 62 नहीं 65 होगी रिटायरमेंट उम्र
मध्य प्रदेश के खंडवा में शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने शिक्षकों के लिए बड़ा ऐलान किया। इस नए ऐलान के बाद यह साफ हो जाता है कि अब राज्य के सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक 65 साल की उम्र तक अपनी सेवाएं जारी रख सकेंगे। जो शिक्षक 62 साल की उम्र के बाद भी अपनी सेवाएं देना चाहते हैं, उन्हें दो बार एक्सटेंशन दिया जाएगा। इससे पहले, राज्य में शिक्षकों की रिटायरमेंट की उम्र 62 साल थी, जिसे अब बढ़ाकर 65 साल कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश सरकार लाएगी नया प्रस्ताव
मध्य प्रदेश सरकार जल्द ही इस नए फैसले को लेकर एक औपचारिक प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है, जिससे टीचर्स को एक्सटेंशन मिल सके। यह फैसला उन शिक्षकों के लिए राहत का काम करेगा, जो रिटायरमेंट के बाद भी अपने अनुभव और शिक्षा से योगदान देना चाहते हैं। क्योंकि बहुत से शिक्षक अपने रिटायरमेंट के बाद अपने आप को खाली और अकेला महसूस करते है यह नया फैसला ऐसे शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है।
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कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र में एकरूपता लाने का प्रयास
यह केवल शिक्षकों के लिए ही नहीं, बल्कि राज्य सरकार के अन्य विभागों में भी रिटायरमेंट उम्र में एकरूपता लाने के प्रयास किए जा रहा हैं। अभी मध्य प्रदेश के कुछ विभागों में जैसे प्राध्यापक, चिकित्सा, और नर्सिंग में रिटायरमेंट की उम्र 65 साल है, जबकि अन्य विभागों में अभी भी 62 साल है। सरकार ने अपने वादे के अनुसार सभी विभागों के कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र में समानता लाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। हालांकि, वित्त विभाग की कुछ आपत्तियों के चलते इसमें थोड़ी देरी हो सकती है, लेकिन इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है।